Monday, March 28, 2011

शरारत में सहायक, पीने वालों की हकीकत, साइक्‍लोन का मतलब, एटीएम का मजहब


बहुत देर से एक छोटे कद का बच्चा दरवाजे की डोर बेल बजाने की कोशिश कर रहा था। तभी वहां से एक बुजुर्ग गुजरा और उसने बच्चे को बेल बजाने की कोशिश करते देखा। मदद के उद्देश्य उसने बेल बजा दी और बच्चे से पूछा, और कुछ ?
बच्चा बोला - अब भागो।

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एक लड़का देर रात, पीकर घर लौटा। बाप से बचने के चक्कर में अपने कमरे में गया और एक मोटी सी किताब चेहरे पर खोलकर उसमें डूब गया।
तभी उसके पिता जी कमरे में आये और बोले - क्यों, आज फिर पीकर आया है?
लड़का  - नहीं तो, पिताजी।
पिता: नहीं तो...कम्बख्त ये ब्रीफकेस मुंह पर खोलकर क्या बड़बड़ किये जा रहा है।
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साइक्लोन
टीचर - साइक्लोन क्या होता है?
संता - जी बैंकों के द्वारा लोन के रूप में दी जाने वह छोटी सी रकम जो साईकिल खरीदने के लिए दी जाती है साइक्लोन (साईकिललोन) कहलाती है।
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एक लड़का जिम पहुंचा और इंस्ट्रक्टर से बोला - जी! 21 मई को मेरी एक लड़की से डेट फिक्स है। मैं उसे प्रभावित करना चाहता हूं, बताईये मुझे किस मशीन पर वर्जिश करनी चाहिये?
इंस्ट्रक्टर - देखिये जनाब! यदि आप सेहत और डौले वगैरह बनाकर लड़की को इम्प्रेस करने का ख्वाब देख रहे हैं तो ये निहायत ही बेवकूफी है। जिम की मशीनों का इस्तेमाल करने से बेहतर यह है कि जिम के बाहर लगी मशीन (एटीएम) में मौजूद बैलेंस दि‍खा कर लड़की को इम्प्रेस करो।

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पति: आज खाने में क्या बनाओगी?
पत्नि: जो आप कहें
पति: वाह, ऐसा करो आज दाल चावल बना लो।
पत्नि: अभी कल ही तो खाया था।
पति: तो सब्जी रोटी बना लो!
पत्नि: बच्चे नहीं खायेंगे।
पति: छोले पूरियां बना लों, कुछ चेंज हो जायेगा।
पत्नि: मुझे भारी भारी लगता है
पति: ओके, आलू कीमा बना लो
पत्नि: आज मंगलवार है मीट की दुकान बंद होगी।
पति: तो गोभी के पराठें बना लो।
पत्नि: सुबह यही तो खाये थे।
पति: चलो, आज होटल से खाना मंगवा लेते हैं।
पत्नि: इस महंगाई में रोज रोज बाहर से खाना मंगाना ठीक नहीं।
पति: तो एक काम करो कढ़ी चावल बना लो।
पत्नि: अब इस वक्त दही कहां मिलेगा।
पति: ...पुलाव बना लो...
पत्नि: इसमें बहुत टाइम लगता है
पति: पकोड़े बना लो, इसमें टाइम नहीं लगता
पत्नि: खाने के टाईम पर पकोड़े अच्छे नहीं लगते
पति: फिर क्या बनाओगी ?
पत्नि: मेरा क्‍या है.... जो आप कहें।
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Friday, March 25, 2011

हया क्‍या होती है, लालू बे'चारा, हीरोईनों का सच, बंता देवदास का गम

मालिक - अभी तक तुमसे मच्छर नहीं मरे? मेरे कानों में अभी भी मच्छरों की भनभनाहट गूंज रही है?
नौकर - जी साहब मैंने मच्छर तो सभी के सभी मार डाले हैं, ये तो उनकी विधवा बीवीयों के रोने-धोने का शोर है।
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जुम्मन मियाँ - अपने 16 बच्चों और बीवी के साथ अपने एक दूर के दोस्त की शादी पार्टी में में पहुंचे।
दोस्त शमसुद्दीन को सारी पलटन को आया हुआ देख बहुत कोफ्त हुई और वह खीझकर बोला - हया नहीं आई? (यानि तुम्हें शर्म नहीं आई )
जुम्मन मियाँ बोले - नहीं, उसका एक्जाम है आज।
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लालू प्रसाद के यहां चारा खत्म हो गया, अपनी सरकार रही नहीं तो वह एक दुकान  पर गये और बोले - गाय के लिए 50 किलो चारा चाहिये?

दुकानदार (लालू को पहचान गया) बोला - यहीं खाओगे, या घर ले जाने के लिए बांध दूं?
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फिल्मी कलाकारों के एक समारोह की खबर सुनकर, सुन्दर-सुन्दर हीरोईनों के लालच में एक ड्रेकुला वहां आ पहुंचा। सारी हीरोइनों में अफरातफरी मच गई, शोर शराबे के बीच तांत्रिक चन्द्रास्वामी ने हीरोईनों को इस पिशाच से बचने का उपाय बताया। चन्द्रा स्वामी ने कहा कि सारी हीरोईनें अपने चेहरे से मेकअप हटा दें, चेहरा धोकर आ जायें।
जैसे ही सारी हीरोईने मुंह धोकर आईं, हीरोईनों के पहली बार असली चेहरे देखकर.. ड्रेकूला दुम दबाकर भाग गया।
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गमगीन बंता देवदास की तरह दारू का गिलास सामने रखकर दर्दभरे गीत गा रहा था।
तभी उसका दोस्त संता उसके पास आया और उसे सांत्वना देने लगा, हौसला अफजाई के दौरान ही संता ने बात ही बात में दारू का गिलास उठाया और एक ही घूंट में खत्म कर दिया।
इस पर बंता फफक-फफक कर रोने लगा, बोला - आज का दिन ही खराब है?
संता बोला - तू मुझे बता, तेरे दिल हल्का हो जायेगा।
बंता बोला - आज का दिन ही बुरा है यार। सुबह घर से निकलते वक्त बीवी से झगड़ा हो गया, वो छोड़कर चली गई। रास्ते में गाड़ी पंचर हो गई, दफ्तर लेट पहुंचा तो बाॅस ने नौकरी से निकाल दिया। दफ्तर से लौटा तो गलत पार्किंग की वजह से ट्रेफिक पुलिस ने चालान काट दिया और अब ...जब मैंने सोचा कि ऐसी जिन्दगी से तो मर जाना ही बेहतर है.... मैंने अपने लि‍ये शराब में जहर मिला कर रखा था... वो तुम पी गये.... वाकई आज का तो दिन ही खराब है।

Tuesday, March 22, 2011

पति‍ पत्‍नि‍ का असली प्रेम, पानी का डर, शार्टकट का रहस्‍य, स्‍वीटी रमानी की सर्विस

पति - जब से हम मिलें हैं अपना प्रेम बढ़ता ही गया है और आज रजत जयंती वर्ष में भी मेरी तुम्हारी प्रति वही सोच है जो पहली मुलाकात के बाद थी
पत्नि - तुम मेरे बारे में पहली मुलाकात में क्या सोचते थे प्रिय!
पति - यही कि तुम वाकई बहुत बड़ा सिरदर्द हो।
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संता - मेरी घरवाली पानी से बहुत डरती है, पानी से तो उसे कोई फोबिया है जैसे।
बंता - क्यों तुम्हें ये बात कैसे पता चली।
संता - कल जब मैं घर पहुंचा तो वो बाथ टब में भी सिक्योरिटी गार्ड को साथ लेकर नहा रही थी।
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संता: हेयर कटिंग प्रोफेशनल्‍स (नाई) कुछ ही समय में बहुत ही अच्छे ड्रायवर बन जाते हैं, ऐसा कैसे होता है?
बंता: अरे वो लोग हर शार्टकट के बारे में बहुत अच्छी तरह जानते हैं बस इसलिए।
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पति: तुम ऐसी वाहयात बातें बोलकर मेरे अन्दर के पशु को मत जगाओ।
पत्नि: जाग जानो दो जी तुम्हारे अन्दर के पशु को, मैं चूहों से बिल्कुल नहीं डरती।
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हर पुरूष की तीन इच्छाएं होती हैं
पहली ये, कि वो उतना ही स्मार्ट हो जैसा कि उसकी मां समझती है।
दूसरी ये कि, वो उतना ही अमीर हो जाये, जितना उसके बच्चे समझते हैं।
तीसरी ये कि, उसके उन सभी स्त्रियों से वास्तव में ही संबंध हो जायें जिनके बारे में उसकी पत्नि को शक है।
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पुत्र: अपने पिता से - पिता जी शादी में कितना खर्च आता है?
पिता: पता नहीं बेटा, मैं तो अभी तक भुगतान कर रहा हूं। 
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Cartoon by : Ashok Jongre/Tongre
भिखारी: साहब एक रूपया दे दो।
साहब: तुम्हें शर्म नहीं आती, हट्टे कट्टे हो और सड़क पर खड़े होकर भीख मांग रह हो!!
भिखारी: मुझे नहीं लगता कि हट्टा कट्टा हूं तो आप अपनी बेटी का ब्याह तो मुझसे कर देगें और ना ही मुझे आपके 1 रूपये के लिए 5 स्टार होटल में ऑफिस खोलने की जरूरत है।
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चंदू रमानी की घरवाली मेहमानों के सामने निर्वस्त्र ही चली आई और गाजर का हल्वा परोसने लगी।
चंदू गुस्से में, जोर से चिल्लाया - ये क्या बेहूदगी है?
स्वीटी रमानी बोली - जी रैसिपी बुक में ऐसा ही लिखा था जी ”सर्व हाॅट, विथआउट ड्रेसिंग“

Saturday, March 19, 2011

टि‍न्‍कू जि‍या की समझदारी, जवानी-2011, बाबा चटोरेप्रसाद का व्रत और उपदेशक चूहा

शिक्षक (टिंकू से) : 2 अक्टूबर 1869 को क्या हुआ था। टिंकू चुपचाप खड़ा रहा। शिक्षक ने उसके कान पकड़कर जानकारी दी -
बेवकूफ, गधे, 2 अक्टूबर 1869 को हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था।
शिक्षक का दूसरा प्रश्न - 12 मार्च 1930 (गांधी जी ने नमक सत्याग्रह, दाण्डी मार्च किया था) को क्या हुआ था?
टिंकू (दिमाग पर जोर देने की कोशिश और कुछ जोड़ घटाव के बाद): सर 12 मार्च 1930 को गांधी जी 60 साल पांच महीने और 10 दिन के हो गये थे।
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संता ने देखा कि एक बुजुर्ग सा दिखने वाला व्यक्ति काफी हंसी-मजाक कर रहा था और जवान महिलाओं के बीच उसने काफी अच्छी महफिल जमाई हुई थी। तो इस जवांदिली का राज जानने के लिए संता उसके करीब गया और बोला-
जनाब, मैंने इस उम्र के आदमी को आज तक इतना खुशमिजाज, फुर्तीला और जिन्दादिल नहीं देखा। आपकी इस उम्रदराज खुशी का राज क्या है?
बंता बोला - कुछ नहीं जी, मैं खूब तेल नमक मिर्च वाला भोजन लेता हूं, कभी भी कसरत वगैरह नहीं करता, रोज दो चार बोतले शराब की और 15-20 पैकेट सिगरेट के पी जाता हूं।
संता (हैरान होकर) - महाशय आपकी उम्र क्या है?
बंता - केवल 27 साल।
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बाबा चटोरेप्रसाद को भक्तों ने चने के झाड़ पर चढ़ा दिया। तो बाबा ने दिन भर व्रत का व्रत रख लिया। 12 बजे से ही बाबा को भूख ने सताना शुरू कर दिया। 2 बजे बाबा ने कमरे मे लेटे लेटे भक्तों से पूछा - सारा दिन हो गया, सूरज डूबा की नहीं।
भक्त - नहीं महाराज देर है।
बाबा ने 4 बजे पूछा - सूरज डूबा की नहीं।
भक्त - नहीं महाराज देर है।
बाबा ने शाम 6 बजे पूछा - सूरज डूबा की नहीं।
भक्त - बस डूबने ही वाला है महाराज।
बाबा - मुझे पता है, ये अपने साथ मुझे भी लेकर डूबेगा।
 
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सारे जंगल में ही भांग घुली है
एक गधे ने सिगरेट सुलगाई और सुट्टा लगाने ही वाला था कि एक चूहा आया और बोला - भाई! ये नशा करना छोड़ो, मेरे साथ आओ और देखो, जंगल कितना सुन्दर है।

गधा चूहे के पीछे पीछे चल दिया। कुछ आगे एक हाथी कोकीन पी रहा था उसे देखकर भी चूहा बोला
- भाई! ये नशा करना छोड़ो, मेरे साथ आओ और देखो, जंगल कितना सुन्दर है।

हाथी चूहे के पीछे पीछे चल दिया। कुछ आगे एक भालू अफीम खा रहा रहा था उसे देखकर भी चूहा बोला - भाई! ये नशा करना छोड़ो, मेरे साथ आओ और देखो, जंगल कितना सुन्दर है।

भालू भी चूहे के पीछे पीछे चल दिया। कुछ आगे चलने पर एक शेर शराब का पैग तैयार करता हुआ मिला।  उसे देखकर भी चूहा बोला - भाई! ये नशा करना छोड़ो, मेरे साथ आओ और देखो, जंगल कितना सुन्दर है।
शेर ने गिलास साईड में रखा और चूहे को 5-10 थप्पड़ रसीद किये और उसके साथ आये जानवरों के झुण्ड की ओर मुखातिब होकर बोला - कम्बख्त ये चूहा कल भी मेरे पास भांग चढ़ाकर आया था और मुझे 3 घंटे तक जंगल घुमाता रहा, मेरी थकान अभी तक नहीं उतरी है।
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पुरूषों की वोटिंग करने की वैधानिक आयु: 18 वर्ष।
पुरूषों की शादी करने की वैधानिक उम्र : 21 वर्ष।
यानि भारत सरकार भी यह मानती है कि भारतीय पुरूष 18 वर्ष की उम्र में देश तो चला सकते हैं पर किसी औरत को नहीं संभाल सकते।

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आदमी बुरे अनुभवों से अच्छे सबक लेता है और बुरे सबक उसे अच्छे निर्णय करने पर मजबूर करते हैं।
क्षमा मांगते वक्त खेद व्यक्त ना करें और खेद करते समय क्षमा ना मांगे।

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यदि आप सच बोल रहे हैं तो आपको कुछ भी याद रखने की जरूरत नहीं होती।
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 आपकी यह बात दूसरों को बहुत प्रभावित करती है कि वो आपके कहे बिना ही आपकी अच्छाईयों को जान लें।

Sunday, March 13, 2011

मिरासी की खीज, कंजूसी के गाने, कुत्ते की असलीयत, शेर की हालत और रजनीकांत की हकीकत

एक मिरासी के घर के सामने कुत्ता मर गया। मिरासी ने नगर निगम में फोन लगाया और कहा कि मेरे घर के सामने कुत्ता मरा पड़ा है, उठवा लें।
नगर निगम वालों ने जवाब दिया - कि उसे वहीं दफना दो।
मिरासी को गुस्सा तो बहुत आया कि ये लोग मुफ्त में ही काम करवाना चाह रहे हैं, मगर अपनी भाषा पर संयम रखते हुए बोला - जी मैं तो दफनाने ही जा रहा था, मगर मैंने सोचा कि मरने वाले के बच्चों को खबर कर दूं ताकि वो आखिरी बार अपने बाप का चेहरा देख लें।
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कंजूस तोताराम एक मोबाइल रिचार्ज करवाने वाली दुकान पर गया और बोला - 2 रू. वाली ईजी रिचार्ज कर दो।
दुकानदार तुनककर - इतनी बड़ी रकम से रिचार्ज करके एसटीडी करोगे, लोकल, एसएमएस या मिस कॉल करोगे?
कंजूस तोताराम - करना तो कुछ भी नहीं है, बस ऐसे ही फिजूलखर्ची की आदत है। 

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मुंगेरी लाल: आप का कुत्ता तो शेर जैसा है क्या खिलाते हैं इसे ?
दिलावर सिंह: ये कमबख्त शेर ही है, बस शहर की एक कुतिया के प्यार के चक्कर में पड़ गया ... और देखिये कुत्ते जैसा ही नजर आने लगा है।
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रजनीकांत सबंधी कुछ और सीन
  • रजनीकांत जानता है कि पहले मुर्गी आया या अण्डा
  • सुपरमैन और रजनीकांत का मल्लयुद्ध हुआ और पराजित होने पर शर्त के मुताबिक उसे अपनी ड्रेस के ऊपर लाल रंग की चड्डी पहनना शुरू कर दी।
  • इंटेल वालें की नई पंच लाईन है - रजनीकांत इनसाईड
  • रजनीकांत केलों को निचोडते़ हैं और संतरे का जूस निकालता है।
  • रजनीकांत के अपानवायु छोड़ने पर ही ओजेन लेयर में छेद हो जाते हैं।
  • पॉल द आक्टोपस, रजनीकांत की मृत्यु की भविष्यवाणी करने वाला था, इसके पूर्व ही उसकी मृत्यु हो गई।
  • एक बार रजनीकांत का पर्स खो गया था, तभी से सारी दुनियां में मंदी चल रही है।
  • एक बार रजनीकांत ने एक सिक्का भिखारी की ओर फेंका, उस भिखारी को बाद में लोग खरबपति वारेन बफेट के नाम से जानते हैं।
  • एक बार रजनीकांत से समन्दर में नहाते हुए अचानक भूलवश पानी में कुल्ला कर दिया, यह स्थान डेड सी कहलाता है।
  • रजनीकांत ने दो हाथी, 2 ऊंट ओर 2 घोड़े खरीदे...ताकि शतरंज खेलने में परेशानी ना हो।
  • रजनीकांत ने खुद को सोते हुए देखा है। 
  • रजनीकांत ने एक नन्हें से छोटे बच्चे को खून की कमी होने पर खून दिया था उसे आजकल खली द ग्रेट कहते हैं। 
  • मिस्र के पिरामिड असल में रजनीकांत की पहली कक्षा का क्राफ्टवर्क है। 
  • जिनके मोबाइल फोन में एक बार रजनीकांत का मिसकॉल आ जाता है उन्हें जिन्दगी भर मोबाईल रिचार्ज नहीं करवाना पड़ता।
     

Friday, March 11, 2011

हंसने के और भी फायदे हैं

पैरों की तरह ही पेट और कई तरह के अन्‍दरूनी और बाहरी अंगों में अल्‍सर या छाले होते हैं। इनमें कुछ छाले तो शरीर में गलत पदार्थ जाने से होते हैं और कुछ छाले दि‍माग में गलत वि‍चार आदि‍ पालने-पोसने से.... तो कि‍सके लि‍ये कब, क्‍या सही है यह सब जानने के लि‍ये वि‍वेक को काम करने दें। वि‍वेक तब काम करेगा, जब आप तन, मन, मस्‍ति‍ष्‍क से र्नि‍भार और शांत हों, यहीं पर हास्‍य व्‍यंग्‍य पुन: अपनी महत्‍ता जता देता है। 
आपको दो चार घड़ी हंसाने के लि‍ये इस बार हम एक ब्‍लॉग का लि‍न्‍क दे रहें हैं, जो हमारा तो नहीं .... पर इस पर हंसनाब्‍लॉगस्‍पाटडॉटकॉम से भी कुछ चुटकुले हैं। तो हंसि‍ये, छालों से बचि‍ये, बीमारियों के चक्‍कर में ना फंसि‍ये। लि‍न्‍क ये है* http://jokescentral.blogspot.com/

Tuesday, March 1, 2011

नौकरानी की जलन, रहमत का फरमाईश, बन्‍ता की जायदाद, फकीर की मजबूरी

नौकरानी अपनी मालकिन सेः क्या बात है बीबी जी आज आप बहुत उदास और परेशान नजर आ रही हैं?
मालकिन (दुखी होकर)- तुम्हारे साहब अपने आफिस में सक्रेटरी के चक्कर में पड़ गये हैं!
नौकरानी अचानक बहुत ही परेशान होकर बोली - नहीं! ऐसा नहीं हो सकता। मैं जानती हूं बीबी जी आप मुझे जलाने के लिए यह सब कह रही हैं।
 

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रहमत उड़नछू ने एफएम रेडियो स्टेशन पर आ रहे प्रोग्राम में फोन लगाया और बोला - हैलो, मुझे एक पर्स मिला है जिसमें 20,000 रूपये मिले हैं, इसमें संता सिंह नाम के व्यक्ति का आईडेन्टी कार्ड भी और क्रेडिट कार्ड भी है
रेडियो जॉकी: आप तो बड़े ईमानदार है, तो क्या आप अब उन्हें उनकी चीजें लौटाना चाहते हैं?
रहमत उड़नछू : नहीं जनाब! मैं तो आपके एफएम रेडियो के द्वारा, आदरणीय संता सिंह जी को समर्पित एक दुखभरा गीत सुनाना चाहता हूँ।
 
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बन्ता (अपनी मीलों फैली जमीन-जायदाद की बड़ाई करते हुए)अगर मैं सुबह अपनी कार में घूमने निकलूं तो रात हो जाती है पर मैं अपनी आधी जमीन भी नहीं देख पाता।
सन्ता (ईर्ष्‍या से भरकर): क्या बताऊं, खटारा और कंडम कार रखने का यही नुक्सान होता है।
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एक फकीर चला जा रहा था: परेशान इमरतलाल को उम्मीद की एक किरण दिखाई दी उसने दौड़ लगाई और बाबा के चरणों में लेट गया। बोला - बाबा मैं अपनी बीवी से बहुत तन्ग हूं, मेरी जिन्दगी नर्क हो गई है, कोई उपाय बताइये बाबा।
फकीर बोला - बच्चा, उपाय मालूम होता तो मैं यूं दर-दर की ठोकरें क्यों खाता फिरता।