Thursday, October 21, 2010

संता बंता और बम, रामखि‍लावन की मां

संता और बंता नक्सली ऐरिये से गुजरे से उन्हें चार बम पड़े मिले।
संता बोला - चल यार इन्हें पुलिस स्टेशन में जमा कर देते हैं।
बंता - और पुलिस स्टेशन ले जाते ले जाते ही एक आध फट गया तो?
संता - तो क्या हुआ, कह देना तीन ही मिले थे।

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राम खिलावन अपनी माँ को लेकर डॉक्‍टर के पास गया।
डॉक्‍टर - मैंने आपकी माताजी का चेकअप किया है उन्हें कुछ टेस्ट देने होंगे तभी उनकी बीमारी के बारे में पूरी तरह पता चल पायेगा।
राम खिलावन - हे भगवान! अब क्या होगा? वो तो बिल्कुल ही पढ़ी लिखी नहीं हैं।



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संता और बंता बहुत परेशान थे। वो आपस में बातचीत करते, तो उन बातों पर भी जोक बन जाते, तो उन्होंने तय किया कि वो अब आपस में बहुत ही जरूरी बातचीत करेंगे और कम से कम शब्दों में उत्तर देंगे।
अचानक एक दिन संता की बकरी बीमार पड़ गई।
संता ने बंता से पूछा - यार पिछली बार तेरी बकरी बीमार पड़ी थी तो तूने क्या दिया था?
तय कायदे के मुताबिक बंता ने छोटा सा उत्तर दिया - धतूरा।
संता ने घर जाकर अपनी बकरी को भी धतूरा खिलाया जिससे बकरी मर गई।
संता, गुस्से में बंता के पास आया और बोला - अबे मैंने धतूरा खिलाया और बकरी मर गई।
बंता - मेरी भी मर गई थी।

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प्रेमिका प्रेमी से: तुम्हारी ये बड़ी गंदी आदत है बार बार अपनी पेंट ऊपर खिसकाते रहते हो, तुम्हारे साथ चलने पर मुझे बहुत बुरा लगता है।
प्रेमी: पर डार्लिंग मैं अगर पेंट ऊपर को ना खिसकाऊं तो ये तो और भी बुरा लगेगा।