बंतानी को अपने पति पर बहुत प्यार आया तो बोली -
तुम तो हजारों में एक हो!!
यह सुनकर बंता को बहुत गुस्सा आया - उसने बंतानी को एक जोरदार थप्पड़ रसीद किया और बोला, कम्बख्त अब ये भी बता दे कि 999 कौन हैं।
-----------------------------
माँ बेटे से: उठ जा कम्बख्त, देख सूरज कब का निकल आया है।
बेटा: तो क्या हुआ माँ, वो सोता भी तो मुझसे पहले है।
-----------------------------
संता: ओऐ बन्ते कल मैंने सोचा इंग्लिश फिल्म देखते हैं, हालांकि मुझे अंग्रेजी नहीं आती पर मैंने सोचा सीन देखकर ही कहानी का आइडिया लगा लेंगे। 3 घंटे बैठा रहा पर ना कोई सीन ना आवाज.... क्या सारी अंग्रेजी फिल्में ऐसी ही होती हैं ???
बंता - क्यों फिल्म का नाम क्या था?
संता - ''नो डिस्क इन्सर्ट''
तुम तो हजारों में एक हो!!
यह सुनकर बंता को बहुत गुस्सा आया - उसने बंतानी को एक जोरदार थप्पड़ रसीद किया और बोला, कम्बख्त अब ये भी बता दे कि 999 कौन हैं।
-----------------------------
माँ बेटे से: उठ जा कम्बख्त, देख सूरज कब का निकल आया है।
बेटा: तो क्या हुआ माँ, वो सोता भी तो मुझसे पहले है।
-----------------------------
संता: ओऐ बन्ते कल मैंने सोचा इंग्लिश फिल्म देखते हैं, हालांकि मुझे अंग्रेजी नहीं आती पर मैंने सोचा सीन देखकर ही कहानी का आइडिया लगा लेंगे। 3 घंटे बैठा रहा पर ना कोई सीन ना आवाज.... क्या सारी अंग्रेजी फिल्में ऐसी ही होती हैं ???
बंता - क्यों फिल्म का नाम क्या था?
संता - ''नो डिस्क इन्सर्ट''
nice post
ReplyDeleteRAJE JI,
ReplyDeleteKYA BAT HAI,MAZA AA GAYA. VERY NICE POST
bahut accha laga yaha aake
ReplyDeleteor aapke dwara likhe gaye jokes ko padkar
my blog link- "samrat bundelkhand"
बेहतरीन व्यंग्य विनोद .सात्विक विनोद अश्लील नहीं जैसा टी वी हसोड़े कर रहें हैं .
ReplyDelete