खली के घर में 10 साल बाद संतान हुई। बेटा पैदा हुआ। सारा परिवार खुश था। लोग बधाईयां गा रहे थे और मिठाईयां बांट रहे थे, लेकिन खली का हाल ही और था ।
एक आदमी ने पूछा - भाई खली, इतने परेशान क्यों हो ? ऐसा लग रहा है बेटा पैदा होने की तुम्हें जरा भी खुशी नहीं।
खली बोला - एक तो दस साल बाद मेरी कोई औलाद हुई है, अब बच्चा हुआ है तो इतना छोटा .... बस बित्ते भर का, लोग कहीं मेरी बीवी पर शक ना करें कि ये बेटा मेरा ही है या....। मैं तो यही सोचकर परेशान हूं भाई।
-------x--------x-------x--------x-------x--------x-------
शिक्षक - अपने मां बाप का कहना मानोगे, उनके हिसाब से चलोगे
बच्चे - बिल्कुल मानंगे।
शिक्षक - बच्चों वचन दो की शराब, सिगरेट नहीं पियोगे।
बच्चे - नहीं पियेंगे
शिक्षक - स्कूल, कॉलेज बंक कर पिक्चर देखने या आवारागर्दी करने नहीं जाओगे।
बच्चे - नहीं जायेंगे।
शिक्षक - लड़कियों का पीछा नहीं करोगे, उन पर फब्तियां नहीं कसोगे।
बच्चे - नहीं करेंगे।
शिक्षक - समाज की सेवा करते हुए देश पर मर मिटोगे।
बच्चे - इतना सब आपके हिसाब से करने के बाद, जिन्दगी जीने लायक रह भी नहीं जायेगी, बिल्कुल मर मिटेंगे सर।
-------x--------x-------x--------x-------x--------x-------
जज - तुमने औरतों के सूट साड़ियों की दुकान से कपड़े चुराये हैं, लेकिन तुमने कहा कि तुम दुकान में 3 बार गये, ऐसा क्यों ?
चोर - जज साहब, पहली दो बार में मैं जो सूट और साड़ियां लेकर गया था, वो मेरी घरवाली को पसंद ही नहीं आये।
खूब...शाबश
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हँसाने का प्रयास किया है आप ने
ReplyDeleteऔर आप को मेरे ब्लॉग पर आने और मार्गदर्शन करने के लिए बहुत बहुत आभार
आशा है इसी तरह आप से आगे भी मार्गदर्शन मिलता रहेगा
बहुत बहुत धन्यवाद
हा हा हा …………बहुत बढिया।
ReplyDeleteमेरे पास बस एक ही शब्द है - मजा आ गया।
ReplyDeleteवाह वाह वाह एक सांस में पढ़ता ही चला गया...
ReplyDeleteकृपया पेज का पृष्ठ भाग और हल्का रखिये तथा अक्षरों को अधिक डार्क रखिये साफ़ साफ़ समझ में नहीं आ रहा है
हमारी शुभकामनाये आपके साथ है,